Verhoeff एल्गोरिद्म क्या है?

Verhoeff एल्गोरिद्म एक उन्नत चेकसम सूत्र है जो दशमलव संख्या अनुक्रमों में सभी एक-अंकीय त्रुटियों और अधिकांश स्थानांतरण त्रुटियों का पता लगाता है। यह 1969 में डच गणितज्ञ Jacobus Verhoeff द्वारा विकसित किया गया था और यह डायहेड्रल समूह सिद्धांत तथा गुणन तालिकाओं का उपयोग करके Luhn एल्गोरिद्म जैसे सरल तरीकों की तुलना में बेहतर त्रुटि पहचान प्रदान करता है। एल्गोरिद्म एक संख्या के अंत में एकल चेक अंक जोड़ता है, जिससे पहचान संख्या, सीरियल कोड और अन्य संख्यात्मक अनुक्रमों की अखंडता को सत्यापित करना संभव हो जाता है जहाँ सटीकता अत्यंत महत्वपूर्ण होती है।

टूल विवरण

यह टूल Verhoeff चेकसम एल्गोरिद्म का उपयोग करने वाली संख्याओं को मान्य करता है। बस संख्या को उसके Verhoeff चेक अंक के साथ पेस्ट या टाइप करें, और टूल तुरंत यह सत्यापित करता है कि संख्या वैध है या नहीं। मान्यकरण वास्तविक‑समय में होता है, जिससे आपके संख्यात्मक कोड की अखंडता पर त्वरित प्रतिक्रिया मिलती है।

विशेषताएँ

  • Verhoeff चेकसम का वास्तविक‑समय मान्यकरण
  • संख्या की वैधता पर त्वरित प्रतिक्रिया
  • सरल, एकल‑इनपुट इंटरफ़ेस
  • कोई डेटा संग्रह या ट्रांसमिशन नहीं
  • किसी भी लंबाई के संख्यात्मक अनुक्रमों के साथ कार्य करता है

उपयोग केस

  • डेटाबेस सिस्टम में ग्राहक पहचान संख्याओं का मान्यकरण
  • उत्पाद या उपकरणों पर सीरियल नंबरों की पुष्टि
  • डेटा एंट्री से पहले इन्वेंटरी ट्रैकिंग कोड की जाँच
  • फ़ार्मास्यूटिकल उत्पाद पहचानकर्ताओं का मान्यकरण
  • मैन्युअल रूप से दर्ज किए गए संख्यात्मक कोड की सटीकता की पुष्टि